मानव तस्करी की शिकार हुई छह किशोरियों को बंगाल व बिहार से लेकर लौटी पुलिस

अंबिकापुर/वाड्रफनगर। बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर क्षेत्र से किशोरियों को बेहतर काम का लालच देकर बिहार की नाचा पार्टी संचालकों के सुपुर्द करने के मामले का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने वाड्रफनगर क्षेत्र की छह किशोरियों को बरामद कर मानव तस्करी के इस मामले में शामिल दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। एक आरोपित की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी थी। आरोपितों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।


बेहतर काम और अच्छी पगार का लालच देकर वाड्रफनगर क्षेत्र की किशोरियों को कमीशन के आधार पर बिहार के नाचा पार्टी में भेजने के मामले का पर्दाफाश बीते 26 फरवरी को त्रिकुंडा थाने में दर्ज एक एफआइआर के बाद हुआ। थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाले पंडो जाति के व्यक्ति ने त्रिकुंडा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी कि कक्षा छठवीं में पढ़ने वाली उसकी बेटी को बसंतपुर निवासी अमित कुशवाहा व चांदो निवासी महेश साव द्वारा बहला-फुसलाकर नाच कार्यक्रम के नाम पर ले जाया गया है। तीन माह बीतने के बाद भी बेटी का कुछ पता नहीं चल पा रहा है। दोनों आरोपित भी किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी टीआर कोशिमा ने वाड्रफनगर एसडीओपी डॉ. धु्रवेश जायसवाल की निगरानी में टीम का गठन किया और मामले की विस्तृत जांच-पड़ताल करने के निर्देश दिए। सबसे पहले पुलिस ने बसंतपुर निवासी अमित कुशवाहा को हिरासत में लिया था। उससे पूछताछ करने पर पता चला कि वाड्रफनगर क्षेत्र से कई किशोरियों को चांदो निवासी महेश साव के साथ मिलकर उन्होंने बिहार और बंगाल में जाकर नाचा पार्टी का संचालन करने वाले लोगों के सुपुर्द कर दिया है। इसके एवज में उन्हें कमीशन के रूप में बड़ी राशि मिलती है।


बंगाल व बिहार में छापेमारी


वाड्रफनगर क्षेत्र की किशोरियों को पश्चिम बंगाल व बिहार के नाचा पार्टी के हवाले कर देने की गिरफ्तार आरोपित से मिली जानकारी के आधार पर त्रिकुंडा थाना प्रभारी उपनिरीक्षक रजनीश सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने इन दोनों राज्यों के कई ठिकानों पर दबिश दी। त्रिकुंडा थाना में दर्ज रिपोर्ट के आधार पर किशोरी को बिहार के विक्रमगंज थानांतर्गत धनगई ग्राम से आकाश स्टूडियो के संचालक सुरेश प्रसाद के कब्जे से बरामद किया गया। छापेमारी के दौरान कुल छह किशोरियों को बलातश्रम से मुक्त कराकर लाया गया है। सभी किशोरियों से पूछताछ की जा रही है।


 

रामानुजगंज के नाम पर ले गए थे


त्रिकुंडा थाना क्षेत्र की किशोरी को आरोपित अमित कुशवाहा व महेश साव द्वारा रामानुजगंज के डांस कार्यक्रम में ले जाने के बहाने विक्रमगंज स्थित आकाश स्टूडियो के संचालक सुरेश प्रसाद को सौंप दिया गया था। इसके एवज में 15 हजार रुपये वसूल किए गए थे। मामले में सुरेश प्रसाद के अलावा चांदो निवासी महेश साव को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपित को रिमांड पर लिया गया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। कार्रवाई में थाना प्रभारी त्रिकुंडा उपनिरीक्षक रजनीश सिंह, एएसआई मनोज सिंह, प्रधान आरक्षक दीपचंद, आरक्षक आभास मिंज, प्रमोद जायसवाल, कृष्णा मरकाम, महिला आरक्षक पुष्पा देवी, थाना प्रभारी पस्ता उपनिरीक्षक अमित बघेल, आरक्षक मंगल सिंह, अमित निकुंज, अजय टोप्पो सक्रिय रहे।


विक्रमगंज थाने में भी दर्ज है अपराध


चांदो निवासी आरोपित महेश साव व बसंतपुर के अमित कुशवाहा द्वारा लंबे समय से वाड्रफनगर क्षेत्र की किशोरी, युवतियों को काम देने के नाम पर बहला-फुसलाकर कमीशन पर बेचने की जानकारी मिली है। विक्रमगंज बिहार पहुंची बलरामपुर पुलिस टीम को जानकारी दी गई है कि वहां के थाने में भी इन दोनों के खिलाफ अपराध पंजीबद्घ है। उक्त मामले में दोनों आरोपित लंबे समय से फरार चल रहे थे। आरोपितों के खिलाफ फिलहाल धारा 363, 370-4, 34 आइपीसी का अपराध पंजीबद्घ किया गया है। आरोपितों के खिलाफ धाराएं और बढ़ाई जा सकती हैं। मिलता पगार


पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मानव तस्करी की शिकार हुई किशोरियों को बिहार व बंगाल में नाच कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के लिए तैयार किया जाता था। इसके एवज में एक रुपये का मेहनताना भी इन्हें नहीं दिया जाता था। आरोपित अमित कुशवाहा व महेश साव सिर्फ क्षेत्र की युवतियों, किशोरियों को झांसा देकर बिहार व बंगाल में नाच पार्टी आयोजित करने वाले संचालकों के सुपुर्द कर वापस लौट आते थे। किशोरियों को सौंपने के एवज में इन्हें बड़ी राशि प्रदान की जाती थी।