मुरैना। यात्री बसों में अब क्षमता की आधी सवारियां बैठाई जाएंगी। बस की हर सीट पर सिर्फ एक सवारी ही बैठेगी। इसी तरह ऑटो और ई-रिक्शों में भी संचालक एक से ज्यादा सवारी नहीं बैठा सकेंगे। इसके अलावा जल्दी ही मुरैना जिला प्रशासन पड़ोसी राज्य राजस्थान और यूपी से सटे इलाकों में बॉर्डर सीज करेगा। बाहर से आने वाले वाहनों में सवार लोगों की स्क्रीनिंग होगी। कोरोना के लक्षण वाले यात्रियों को प्रदेश की सीमा से ही वापस लौटा दिया जाएगा। यह निर्देश कलेक्टर ने बस ऑपरेटर और ऑटो-ई-रिक्शा यूनियन की बैठक में दिए। साथ ही कलेक्टर ने धर्मगुरुओं से बैठक कर नवरात्रि पर झांकियां न सजाने की भी अपील की है। मस्जिदों में भी भीड़ न बुलाने की बात कही गई। इधर कोरोना को लेकर लोगों में अफवाहें भी जोर पकड़ रही हैं। लोग जरूरत का सामान लेने के लिए बाजारों में पहुंच रहे हैं। कलेक्टर ने बस ऑपरेटर और ई-रिक्शा संचालकों की बैठक में साफ किया कि शनिवार से किसी भी ऑटो और ई-रिक्शे में एक से ज्यादा सवारी नहीं बैठेगी। इसके अलावा हर सवारी के उतरने के बाद ऑटो और ई-रिक्शा संचालकों को स्प्रे के जरिए ऑटो और ई-रिक्शों को कैमिकल छिड़ककर साफ करना होगा। इतना ही नहीं बसों में भी जितनी सीट होंगी उतनी ही सवारी बैठाई जाएंगी, ताकि सवारियों में एक मीटर का अंतर हो। हर यात्रा के बाद बसों को भी स्प्रे के जरिए साफ किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि शनिवार से आरटीओ और अन्य कर्मचारियों की टीम गठित की जाएगी, जो इन नियमों को न मानने वालों पर कार्रवाई करेगी। हालांकि बस ऑपरेटर ने इसे आर्थिक नुकसान बताया। इस पर कलेक्टर ने कहा कि जान है तो जहान है। इसलिए सभी लोग प्रशासन का सहयोग करें।
बार्डर सीज करने की तैयारी
कलेक्टर ने बैठक में कहा कि प्रशासन राजस्थान और यूपी के रास्तों पर बॉर्डर सीज करेगा। बिना स्क्रीनिंग के कोई भी प्रदेश में प्रवेश नहीं करेगा। कोरोना के लक्षण वाले लोगों को बॉर्डर से ही वापस कर दिया जाएगा। उन्होंने अपील की कि लोग घरों में रहें और बाहर जाने का प्रयास न करें।
आरटीओ ऑफिस और चंबल अभयारण्य बंद
आरटीओ एसपीएस चौहान ने कोरोना से बचाव के लिए आरटीओ ऑफिस में नए लाइसेंस और लाइसेंस अपडेट आदि सभी काम बंद रहेंगे। इधर वन विभाग ने चंबल अभयारण्य के बोट क्लब और देवरी ईको सेंटर को सैलानियों के लिए बंद कर दिया है।
खरीदारी करने में जुटे लोग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील की थी कि वे किसी भी हालत में आपात खरीदी न करें। इसके बाद भी जनता कर्फ्यू की तैयारी के लिए लोग जरूरी राशन और सामान खरीदने में जुटे हैं। किराने की दुकानों और बाजारों में इस तरह की खरीदी के लिए बहुत लोग दिखाई दिए।
बसों और ट्रेनों में घटी यात्रियों की संख्या
शुक्रवार को बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ नहीं दिखी। सिर्फ बाहर से आने वाले लोग ही ट्रेनों से उतरते दिखे। ज्यादातर लोग खुद की बाइक और कार से ही आवश्यक कार्य के लिए शहर से बाहर की यात्रा करते हुए मिले।
खुले रहेंगे जरूरी प्रतिष्ठान
पीएम की जनता कर्फ्यू की अपील को लेकर बाजार में व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान रविवार को बंद रखने का फैसला लिया है। पेट्रोल पंप, मेडिकल जैसी आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। वहीं प्रशासन भी लोगों से अपील कर रहा है कि खुद का बचाव करने के लिए लोग प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
इधर चिकित्सकों के पास ही नहीं सैनिटाइजर
लोगों का उपचार करने में जुटे चिकित्सकों के पास ही सैनिटाइजर नहीं है। सैनिटाइजर की कमी के चलते चिकित्सक जैसे-तैसे काम चला रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग करीब 400 सैनिटाइजर खरीदने की बात कह रहा है। अधिकारियों का कहना है कि उन्हें मानक सैनिटाइजर नहीं मिल रहे हैं। सैनिटाइजर मिलते ही डॉक्टर्स को यह सैनिटाइजर उपलब्ध करा दिया जाएगा।
पीडीएस दुकानों पर पहुंचा सैनिटाइजर
खाद्यान्ना वितरण को बाधित होने से बचाने के लिए खाद्य विभाग मुरैना ने 450 से ज्यादा सैनिटाइजर खरीदे हैं। इन सैनिटाइजर को पीडीएस की दुकानों पर रखवाया गया है। किसी भी ग्राहक को बायोमेट्रिक मशीन पर अंगूठा लगाने से पहले सैनिटाइजर से उसके हाथ साफ करवाए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा सभी विभाग करें अपनी व्यवस्था
सैनिटाइजर और मास्क को लेकर शासकीय विभागों के अधिकारी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से इन सब चीजों की मांग कर रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने साफ किया है कि सभी विभाग अपने और अपने कर्मचारियों के लिए अपने स्तर पर इनकी व्यवस्था करें।
धर्मगुरुओं से कहा सामूहिक आयोजन न करें
कलेक्टर ने शाम के समय सभी धर्मों के महंत, मौलवी आदि के साथ बैठक की। सभी से अपील की गई कि नवरात्रि में झांकियां न सजाई जाएं। मस्जिदों में भी भीड़ न बुलाई जाए। सभी धार्मिक अनुष्ठान आदि घरों में ही किए जाएं।
हमने सुना है कि बाजार बंद रहेंगे और गांव में चर्चा है कि हेलिकॉप्टर से दवाएं छिड़की जाएंगी। इसलिए गांव से सामान खरीदने आई हूं। मेरे साथ और भी गांव के लोग आए हैं।
सुनीता यादव, ग्रामीण खनेता
अब सवारियां न के बराबर मिल रही हैं। डीजल और स्टाफ का खर्च भी नहीं निकल पा रहा है। अब तो एक सीट पर एक सवारी का भी नियम बना दिया है। इसलिए अब बस चल ही नहीं पाएंगी। क्योंकि कोई भी दोगुना किराया नहीं देगा। हमें आरटीओ टैक्स में छूट मिलनी चाहिए।
तहसीलदार गुर्जर, कंडेक्टर
हम तो मजदूर हैं। फसल काटने का काम करते हैं। मुरैना में मजदूरी के लिए आए हैं। कोरोना के डर से अगर मुरैना ट्रेन से नहीं आते तो रोटी कहां से खाते। मजबूरी में हमें ट्रेन से आना पड़ा है।
शांति आदिवासी, रेल यात्री, तालबेहट झांसी
बार्डर सीज करने के लिए हम पुलिस की सहायता से चेक पोस्ट बना रहे हैं। हम जबरदस्ती किसी को प्रदेश में आने से नहीं रोकेंगे। संदिग्ध लक्षण वाले लोगों को हम समझाइश देकर वापस भेजेंगे। बसों में हर सीट पर एक सवारी और ऑटो-ईरिक्शों में एक-एक सवार बैठाने के निर्देश दिए हैं। इन्हें न मानने पर हमारी टीमें कार्रवाई करेंगी। यह सभी कदम एहतियातन उठाए जा रहे हैं।
प्रियंकादास, कलेक्टर मुरैना