दतिया। कोरोना वायरस का कहर हर क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। इसके चलते लोगों ने आवाजाही कम कर दी। वहीं इसका असर सीधे ही बस संचालकों पर पड़ा हैं। दतिया से झांसी जाने के लिए करीब 30 बसे संचालित होती थी लेकि न वर्तमान में कोरोना वायरस के चलते बस संचालकों की ओर से 20 बसों को बंद कर दिया है। वर्तमान में महज 10 बसे झांसी के लिए चल रही है। इनमें भी यात्री न के बराबर पहुंच रहे है। इस कारण बस संचालकों का डीजल का कि राया भी नहीं निकल पा रहा है। वहीं बस संचालकों ने बताया, कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो शेष 10 बसों के पहिए भी जल्द थम जाएंगे। उधर, झांसी से दतिया और ग्वालियर से दतिया जाने वाले लोगों की संख्या ट्रेनों में भी बहुत कम हो गई है। उधर, दतिया के सर्किल जेल में जेलर की ओर से आदेश जारी कर कहा गया है कि आगामी आदेश तक जेल में बंद कै दियों से कि सी को भी मिलने की इजादत नहीं दी जाएगी। उल्लेखनीय है, कि कोरोना वायरस ने देश नहीं विश्व के अनेक देशों में अपने पैर पसार लिए है। इसका असर हर क्षेत्र में अब देखने को मिल रहा है। एक ओर जहां स्वास्थ्य विभाग इस वायरस को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहा है तो वहीं दूसरी ओर से इसका असर सीधे ही व्यापार पर पड़ रहा है। संक्रमण बीमारी शहर के लोगों में न लग जाए। इसके चलते लोगों ने ट्रेन और बसों का सफर पूरी तरह से बंद कर दिया है। दतिया से झांसी प्रतिदिन करीब 500 से अधिक लोग व्यापार की दृष्टि से सफर करते थे लेकि न पिछले कु छ दिनों से इस संख्या में भारी गिरावट आ गई है। दतिया से झांसी चलने वाली करीब 30 बसों में से 20 बसे पूरी तरह से बंद हो गई है। महज 10 बसे चल रही है उनमें भी न के बराबर ही संख्या पहुंच रही है। इस कारण बसों के डीजल का भी कि राया नहीं निकल पा रहा है। शुक्रवार को बस स्टैंड पर नईदुनिया की ओर से जायजा लिया। कई बस स्टैंड पर खड़ी रही वहीं 50 सीट से अधिक क्षमता वाली बसों में महज 5 से 7 लोग ही सफर करते हुए देखे गए। उधर, बस संचालकों ने बताया कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो उनका व्यापार पूरी तरह से चौपट हो जाएगा। वहीं आगामी कु छ दिनों में उन्हें यह बसे भी बंद करनी पड़ेगी।
ट्रेन में भी न के बराबर पहुंच रहे लोग
दतिया से झांसी और ग्वालियर से दतिया करीब 500 से अधिक लोग प्रतिदिन यहां पर आते थे लेकि न वर्तमान में कोरोना वायरस के चलते इनकी संख्या पर भी असर पड़ा है। उधर, ताज एक्सप्रेस और श्रीधाम को रद्द कर दिया है। वहीं अन्य ट्रेनों में भी लोग कम ही संख्या में पहुंच रहे है। इन्हें जरुरी ही काम है। वही लोग ट्रेन का सफर कर रहे और वह भी मुंह पर मास्क लगाकर। इससे रेलवे की आय में भी असर पड़ा है।
भांडेर, उनाव में भी दिखा असर
उनाव क्षेत्र से झांसी के लिए करीब 15 बसे चलती है। इनमें भी 10 बसे पूरी तरह से बंद हो गई है। वहीं वर्तमान में महज 5 बसे ही चल रह हैं। इसीप्रकार भांडेर से सेंवढ़ा और इंदरगढ़ तक चलने वाली करीब 20 बसें भी पूरी तरह से बंद हो गई है। बस संचालकों ने बताया, कि डीजल का पैसा भी कि राया में नहीं निकल पा रहा है। इस कारण यह बसों को कु छ दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
उनाव बालाजी, सोनागिर और खैरी माता मंदिर भी हुए बंद
कोरोना वायरस के चलते पीतांबरा मंदिर और रतनगढ़ माता मंदिर में भक्तों के प्रवेश पहले से ही बंद कर दिए है। वहीं शुक्रवार को उनाव क्षेत्र स्थित बालाजी मंदिर और खैरी माता मंदिर में भी 5 अप्रैल तक भक्तों पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही शहर 15 कि मी दूर स्थिति सोनागिर मंदिर को भी 5 अप्रैल तक बंद कर दिया है।
डीजल का कि राया भी नहीं निकल रहा है
दतिया से झांसी के लिए बस संचालित की जाती है। कोरोना वायरस के चलते बसों में सवारियों नहीं निकल रही है। 7 से 10 की संख्या में ही लोग आ रहे है ऐसी स्थिति में डीजल का कि राया भी नहीं निकल रहा है। ऐसा ही रहा तो हमें भी अपनी बसों को बंद करना पड़ेगा।
कल्लू यादव, बस संचालक।
झांसी जाना कि या बंद
जब से यह सुना है कि यूपी में इस बीमारी से ग्रसित लोग मिले है तब से ही मन प्रचलित हो गया है। हमे काम के सिलसिल में प्रतिदिन झांसी जाना पड़ता है लेकि न परिस्थितियों को देखते हुए कु छ दिनों के लिए झांसी जाना बंद कर दिया है।
रामप्रकाश साहू, व्यापारी।