मुरैना। कोतवाली पुलिस के वाहन से जख्मी हुए युवक के मामले में आला अधिकारियों ने युवक को न्याय दिलाने की बात कही है। इससे पहले अधिकारी जख्मी युवक से मिलकर घटना की जानकारी लेने की बात कह रहे हैं। खासबात यह है कि जख्मी युवक की एफआईआर न लिखने वाली कोतवाली पुलिस ने इस घटना के बारे में आला अधिकारियों को जानकारी तक नहीं दी। कोतवाली टीआई को डर है कि कहीं बिना नंबर की जब्ती की गाड़ी से पुलिस कर्मियों के घूमने के मामले में अधिकारी कार्रवाई न कर दें। हालांकि इस घटना के कुछ वीडियो हैं, जिनमें गाड़ी में बैठे कोतवाली पुलिस के जवान और अधिकारी साफ दिख रहे हैं। सरकारी गाड़ियों की बजाय निजी लग्जरी गाड़ियों में घूमने वाले निरीक्षकों ने अपने चेहते पुलिस कर्मियों को घूमने के लिए जब्ती के वाहन थमा रखे हैं। इस वाहन से तीन दिन पहले पोरसा निवासी युवक धांधू राम वर्मा को एमएस रोड पर अवैध तौर से जब्ती के वाहन में एक महिला सब इंस्पेक्टर के नेतृत्व में घूम रहे पुलिस कर्मियों ने टक्कर मार दी थी। घटना के बाद पुलिस ने युवक की रिपोर्ट तक नहीं लिखी। इस मामले में जब एएसपी हंसराज से बात की गई तो उन्होंने इस मामले की जानकारी न होने की बात की। पूरा मामला पता लगने पर उन्होंने कहा कि युवक से बातकर सारी जानकारी ली जाएगी और उसे न्याय दिलाया जाएगा।
तो हो सकती है दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई
इस मामले में अगर आला अधिकारी पीएचक्यू के निर्देशों के प्रकाश में संज्ञान लेते हैं तो कोतवाली पुलिस के दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है। क्योंकि पीएचक्यू के साफ निर्देश हैं कि पुलिस जब्ती के वाहनों का उपयोग वैधानिक प्रक्रिया पूरी किए बिना नहीं कर सकती। ज्ञात हो कि इससे पहले एक मामला सामने आया था, जब कोतवाली पुलिस के अधिकारी एक लग्जरी गाड़ी पर नियम विरुद्ध बत्ती लगाकर उसका धड़ल्ले से उपयोग कर रहे थे। गाड़ी में सवार पुलिस कर्मियों और महिला सब इंस्पेक्टर के फोटो और वीडियो मौके पर मौजूद लोगों के पास हैं। यही वजह है कि कोतवाली पुलिस ने उस जब्ती के वाहन को भूमिगत कर दिया है। हालांकि वीडियो और फोटो में सिविल कपड़ों में कोतवाली पुलिस के आरक्षक और वर्दी पहने महिला पुलिस अधिकारी साफ दिख रहे हैं।
गाड़ी पर नंबर नहीं था और पुलिस उसका प्रयोग कर रही थी तो इसका परीक्षण करेंगे। अगर पीड़ित उनसे मिलता है और शिकायत करता है तो निश्चित रूप से उसकी सुनवाई होगी। कानून सभी के लिए समान है।
हंसराज, एएसपी मुरैना