पति के सामने आग के हवाले करने वाली रोजगार सहायिका की मौत

अंबिकापुर । दरिमा थाना क्षेत्र के ग्राम छिंदकालो की अनिता मानिकपुरी 26 वर्ष पति से विवाद के बाद कथित रूप से अग्निस्नान कर ली। मृतका रोजगार सहायक के पद पर कार्यरत थी। पति का काम के प्रति रुचि नहीं होने और बिना बताए कहीं भी चले जाने से विवाद की स्थिति बीते दो मार्च को बनी। विवाहिता के मायके पक्ष के लोगों का कहना है कि शादी के बाद कुछ दिनों तक सब कुछ ठीक था। गर्भवती होने के बाद पति का नजरिया बदला और बात-बात में विवाद की स्थिति बनने लगी। पुलिस ने महिला के पति व पिता का पृथक-पृथक बयान दर्ज किया है। पोस्टमार्टम के बाद शव को ससुराल पक्ष के सुपुर्द किया गया है।


पुलिस को दिए बयान में मृतका के पति सुबरन दास मानिकपुरी ने बताया कि दो मार्च को वह पत्नी को बिना बताए मैनपाट कार्निवाल में चला गया। यहां से रात में करीब डेढ़ बजे जब वह वापस आया तो पत्नी से बिना बताए जाने की बात को लेकर कहासुनी हुई। मैनपाट जाने के दौरान उसे पत्नी ने फोन किया था, लेकिन शोर के बीच वह फोन नहीं सुन पाया था। इस पर अनिता ने धोखा देने, बात नहीं मानने की बात कहते हुए, अब जिंदा नहीं रहूंगी कहा और मिट्टीतेल का डिब्बा, माचिस लेकर आ गई। पत्नी से मिट्टीतेल का डिब्बा छीनने की कोशिश किया लेकिन वह अपने ऊपर मिट्टीतेल उड़ेल खुद को आग के हवाले कर दी। आग से घिरने के बाद वह चिल्लाने लगी। आग बुझाकर डॉयल 112 के माध्यम से वह आग से झुलसी पत्नी को मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाकर भर्ती कराया था। यहां तीन मार्च की सुबह नौ बजे उसकी मौत हो गई। मृतका की बुआ लीलावती सहित अन्य ने आठ वर्ष पूर्व ब्याही अनिता की मौत को लेकर संदेह जाहिर किया है और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने बताया सोमवार को मृतका खाना नहीं खाई थी। बुआ मां से दोस्ताना व्यवहार होने के कारण वह खुलकर बात करती थी। उसके द्वारा कई बार पति की हरकतों को लेकर जीवन से हताश होने की बात परिवार के अन्य सदस्यों से भी कही गई थी, लेकिन वे उसे सब कुछ ठीक हो जाएगा, कहकर समझाते आ रहे थे। पुलिस ने मृतका के शव को पीएम के बाद ससुराल पक्ष को सौंप दिया है। पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद केस डायरी दरिमा थाना पुलिस को अग्रिम जांच के लिए सुपुर्द की जाएगी।


 

नन्हीं को ले आना कहा और थम गई सांस


वाड्रफनगर न्यायालय में आदेशिका वाहक के पद पर पदस्थ, गांधीनगर थाना क्षेत्र में हनुमान मंदिर के पास रहने वाली मृतका के पिता अकबर दास ने पुलिस को बताया कि बेटी के गर्भवती होने के बाद दामाद के व्यवहार में बदलाव आया और लड़ाई-झगड़ा की स्थिति बन रही थी। जब भी घर आती तो विवाद का जिक्र करती थी। दामाद कुछ काम नहीं करता था और अनावश्यक घूमते रहता था, फिर भी वे लड़की को समझाते थे कि सब ठीक हो जाएगा। तीन फरवरी को उन्हें अनिता के अग्निस्नान की जानकारी मिली। जब वे अस्पताल पहुंचे तो अनिता बात कर रही थी। पूछने पर उसने पति को इंगित करके कहा, बहुत अति कर दिए थे, बर्दाश्त से बाहर हो गया था। नन्हीं को ले आना, वहां उसका देखरेख नहीं हो पाएगा। इसके बाद उसकी आवाज बंद हो गई।