पेयजल संकट प्रभावित ब्लॉक में 73-73 लाख से लगाए जाएंगे हैंडपंप

मुरैना। गर्मियां आने से पहले ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने कमर कस ली है। जिले के सबलगढ़, पहाड़गढ़, जौरा और कैलारस इलाके में हर साल लोग पानी के संकट से जूझते हैं। यहां पानी की परेशानी को दूर करने के लिए पीएचई ने नए हैंडपंप खनन करने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत पीएचई इन चार ब्लॉकों में से प्रत्येक में लगभग 73-73 लाख रुपए खर्च करने जा रही है। हर साल गर्मियों में सबलगढ़, पहाड़गढ़, जौरा और कैलारस के लोग पानी की किल्लत के शिकार होते हैं। यही वजह है कि जिला पंचायत हर साल इन ब्लॉक में पानी का परिवहन टैंकरों के जरिए करवाती है। इस काम में जिला पंचायत का काफी पैसा खर्च होता है। यही वजह है कि इस बार जिला प्रशासन ने पीएचई को पहले से ही सारे इंतजाम करने के निर्देश दिए थे। इनमें कहा गया था कि पीएचई उन हैंडपंप और बोरिंगों को दुरुस्त करे जिनमें खराबी है। इसके अलावा जिन नलकूपों का जल स्तर नीचे चला गया है उसमें भी पाइप बढ़ोने के निर्देश दिए गए थे। जिन आबादियों को पानी के लिए दूर जाना होता है, वहां नए हैंडपंप और बोरिंग करने के निर्देश भी दिए गए थे। 75 मीटर गहराई होगीः जिले में औसतन जल स्तर 60 मीटर के बाद प्राप्त होता है। ऐसे में नलकूप ज्यादा समय तक काम कर सके इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। यही वजह है कि नलकूपों की गहराई 75 मीटर यानि करीब 225 फीट रखी जा रही है, ताकि लंबे समय तक नलकूप लोगों केा पानी उपलब्ध कराते रहे हैं।


1 अप्रैल तक प्रकिया करनी है पूरी : चार ब्लॉकों में नलकूप खनन के लिए टेंटर प्रकिया भी 1 अप्रैल तक पूरी की जानी है, ताकि समय रहते नलकूप खनन हो सके और मई महीने तक लोगों को पीने के लिए हैंडपंप से पानी मिल जाए।