राजघाट पर कार्रवाई के लिए बुलाया बल, देवरी से वापस लौटा

मुरैना। राजघाट पर रेत का भंडारण रेत माफिया कर रहा है। माफिया पर कार्रवाई के लिए वन अधिकारियों ने शुक्रवार सुबह वन अमले को निर्देश दिए। मशीनों के साथ वन अमला देवरी ईको सेंटर पर एकत्रित भी हो गया। लेकिन ऐनवक्त पर सभी को वापस लौट जाने के निर्देश दिए गए। सूत्रों की मानें तो एसएएफ और पुलिस का सहयोग न मिल पाने से ऐसा हुआ। वहीं अधिकारी कोरोना के चलते फोर्स को एक साथ एकत्रित न करने को इसकी वजह बता रहे हैं। जानकारी के अनुसार वन विभाग के अधिकारियों को लंबे समय से यह मालूम चल रहा था कि राजघाट पर चंबल के रेत का अवैध खनन किया जा रहा है। साथ ही इस रेत को राजघाट पर ही डंप करने की भी जानकारी वन विभाग के पास थी। शुक्रवार सुबह वन अधिकारियों ने देवरी गेंम रेंज और सामान्य वन के अधिारियों और कर्मचारियों को सुबह देवरी ईको सेंटर पर पहुंचने के निर्देश दिए। इसके अलावा मशीनों को भी ईको सेंटर पर ले जाने के निर्देश जारी किए गए। टीम पूरे लाव-लश्कर के साथ मौके पर पहुंची, लेकिन इसी दौरान निर्देश आए कि टीम वापस लौट जाए।


 

पुलिस मदद नहीं मिली


सूत्रों की मानें तो कार्रवाई के लिए मौके पर पुलिस की सहायता चाहिए थी, लेकिन पुलिस की मदद न मिलना भी कार्रवाई रोकने की वजह है। हालांकि वन संरक्षक बृजेंद्र झा का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते फोर्स को एक जगह एकत्रित न किए जाने के विचार से कार्रवाई को रोका गया है।